वास्तु टिप्स जानने से पहले आप ये जान ले कि वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) क्या होता है ? दरअसल, वास्तु (Vastu) भारत की प्राचीनतम विद्याओं में से एक है, जिसका संबंध दिशाओं और ऊर्जाओं से है। इसमें दिशाओं को आधार बनाकर उस विशेष स्थान के आस-पास मौजूद नकारात्मक ऊर्जाओं को इस तरह सकारात्मक बना दिया जाता है जिससे वो मानव जीवन पर अपना बुरा प्रभाव न डाल सकें। तो आइए जानते हैं कि वास्तु (Vastu) के हिसाब से घर के किस सदस्य का बेडरूम किस दिशा में होना चाहिए।
वास्तु (Vastu) के अनुसार बेडरूम-
- मास्टर बेडरूम (Master Bedroom) जिसमें कि घर का मुखिया सोता है वो हमेशा घर के दक्षिण- पश्चिम कोने में होना चाहिए। ये उनके लिए बहुत शुभ माना जाता है।
- ये कमरा सभी कमरों से बड़ा होना चाहिए।
- बच्चों का कमरा पश्चिम की दिशा में होना चाहिए। ये उनकी प्रगति में किसी तरह का अवरोध उत्पन्न नहीं होने देती हैं।
- अविवाहित कन्याओं और मेहमानों का बेडरूम उत्तर- पश्चिम दिशा में होना चाहिए। क्योंकि ये दिशा आवागमन से संबंधित होती है।
- बेडरूम, इस दिशा में नहीं होना चाहिए –
- उत्तर- पूर्व दिशा में बेडरूम नहीं होना चाहिए क्योंकि ये दिशा देवी- देवताओं का स्थान है। और इस दिशा में बेडरूम होने से धन की हानि व अशांति बनी रहती है।
- दक्षिण-पूर्व में भी बेडरूम नहीं होना चाहिए क्योंकि ये दिशा अग्नि कोण है जोकि आक्रामक रवैये से संबंधित है।
- घर के मध्य भाग में बेडरूम होना सही नहीं माना जाता है क्योंकि इस भाग को ब्रह्म स्थान कहा जाता है।
बेडरूम की दीवारों का रंग वास्तु के अनुसार चुनें (Vastu Color For Bedroom)-
रंगों का हमारी जिंदगी में बहुत महत्व होता है ये लोगों पर मनोवैज्ञानिक असर डालते हैं। दरअसल, कुछ रंग लोगों में खास इमोशंस पैदा करते है, इसीलिए बेडरूम जहां हम अपना ज्यादातर समय बिताते हैं, वहां की दीवारों पर रंगों का संतुलन बनाना बहुत जरूरी है, ताकि आप सुख- शांति पूर्ण जीवन व्यतीत कर सकें। जहां बच्चों के बेडरूम की दीवारों का रंग सफेद या फिर हल्के रंग का होना चाहिए। वहीं मास्टर बेडरूम में नीला, हल्का गुलाबी, ग्रे, चॉकलेट, हरे आदि रंगों का उपयोग करें। ये रंग वास्तु के हिसाब से एकदम परफेक्ट होते हैं। बेडरूम की दीवारों पर वैसे रंग नहीं लगाने चाहिए जो गहरे हों और और आंखों को को चुभे। इस कमरे को हल्के रंग से पुताना या रंगवाना चाहिए, जो मन में शांति और सौम्यता उत्पन्न करने वाला हो।
बेडरूम फर्नीचर के लिए वास्तु (Vastu For Bedroom Furniture)-
- आजकल बेडरूम में टीवी, फ्रिज, कम्प्यूटर आदि इलेक्ट्रानिक आइटम रखने का चलन बढ़ गया है। यह चीजें अगर आपके पलंग के पास होंगी, तो नकारात्मक ऊर्जा को खींचेगी जिससे आप बीमार हो सकते हैं।
- वास्तु के अनुसार, अपने रूम में पानी से संबंधित फोटो भी नहीं लगानी चाहिए। ऐसा करने पर धन हानि होने की संभावनाएं बढ़ती हैं।
- वास्तुशास्त्र कहता है कि आपके पलंग के ठीक सामने ऐसा दर्पण नहीं होना चाहिए, जिसमें सोते समय आपका प्रतिबिंब दिखाई देता हो। यह पति-पत्नी के रिश्तों पर बुरा असर डालता है। यदि पलंग के सामने ऐसा कांच हो, जिसमें आपका प्रतिबिंब दिखाई देता हो, तो उस पर कपड़ा डालकर सोना चाहिए।
- घर में बिछे पलंग को हम सिर्फ सोने की वस्तु मानते हैं, लेकिन पलंग से भी कुछ शुभ-अशुभ प्रभाव जुड़े हैं। अगर इसकी दिशा गलत है, तो यह घर में वास्तुदोष भी उत्पन्न कर सकता है। इससे जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं।
- कमरे के दरवाजे के ठीक सामने पलंग नहीं रखना चाहिए। यदि दरवाजे के सामने पलंग लगा है, तो इससे वास्तुदोष उत्पन्न होते हैं। इससे आर्थिक समस्या, मानसिक तनाव, बीमारी आदि समस्या बनी रहती हैं। यदि पलंग का स्थान बदल पाना संभव न हो, तो दरवाजे पर परदा डालकर रखना चाहिए।
- वास्तु के अनुसार, आपके पलंग का सिरहाना और बिस्तर आरामदायक होना चाहिए। यदि सिरहाना ठोस लकड़ी का होगा, तो ज्यादा शुभ रहता है। ठोस लकड़ी न हो, तो सिरहाने के नीचे कोई भी वस्तु नहीं रखनी चाहिए। ऐसा होने पर नींद ठीक से नहीं आती है और जब नींद आती है, तो बुरे सपने आते हैं। इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि आपके पलंग की ऊंचाई न तो बहुत ज्यादा होना चाहिए और न ही बहुत कम।
- ध्यान रखें कि आपके पलंग के सिरहाने के ठीक पीछे दीवार होना चाहिए। ऐसा होने पर आपको अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है, जबकि सिरहाने के पीछे खिड़की होगी या खुला हिस्सा होगा, तो आपके आसपास की ऊर्जा बाहर चली जाएगी।
- पलंग के आसपास कभी धर्म से जुड़ी चीजों को भी नहीं रखना चाहिए। इससे देवी-देवता नाराज होते हैं और परेशानियां बढ़ जाती हैं।
दोस्तों हम उम्मीद करते हैं कि इस ब्लॉग (Blog) से आपको काफ़ी मदद मिली होगी, बेडरूम के वास्तु को जानने में। अगर आपके मन में बेडरूम के वास्तु को लेकर कोई और प्रश्न है, तो आप अनुराग शर्मा (Vastu Consultant) जी से संपर्क कर सकते हैं।